स्तोत्रम संग्रह

Vibrant depiction of Lord Rama with ornate decorations representing Shri Rama Raksha Stotram

राम रक्षा स्तोत्रम् | श्री राम रक्षा स्तोत्रम्

॥ श्रीरामरक्षास्तोत्रम् ॥ श्रीगणेशयनमः। अस्य श्रीरामरक्षास्तोत्रमन्त्रस्य। बुधकौशिक ऋषिः। श्रीसीतारामचन्द्रो देवता। अनुष्टुप छंदः। सीता शक्तिः। श्रीमधुमान कीलकम्। श्रीसीतारामचन्द्रप्रीत्यर्थे जपे विनियोगः॥ अथ ध्यानम ध्यायेदाजानुबाहुं धृतशर्धनुषं बद्धपद्मासनस्थं। पीतं वासो वसासनं नवकमलदलस्पर्धिनेत्रं प्रसन्नम्॥ वामाङकारुध-सीता-मुखकमल-मिललोचनं...

राम रक्षा स्तोत्रम् | श्री राम रक्षा स्तोत्रम्

॥ श्रीरामरक्षास्तोत्रम् ॥ श्रीगणेशयनमः। अस्य श्रीरामरक्षास्तोत्रमन्त्रस्य। बुधकौशिक ऋषिः। श्रीसीतारामचन्द्रो देवता। अनुष्टुप छंदः। सीता शक्तिः। श्रीमधुमान कीलकम्। श्रीसीतारामचन्द्रप्रीत्यर्थे जपे विनियोगः॥ अथ ध्यानम ध्यायेदाजानुबाहुं धृतशर्धनुषं बद्धपद्मासनस्थं। पीतं वासो वसासनं नवकमलदलस्पर्धिनेत्रं प्रसन्नम्॥ वामाङकारुध-सीता-मुखकमल-मिललोचनं...

Vibrant illustration of a deity performing Nag Stotram while standing on a multi-headed serpent

सर्प स्तोत्रम | नाग स्तोत्रम

॥ नाग स्तोत्रम् ॥ ब्रह्म लोके च ये साराशेषनागः पुरोगमाः। नमोऽस्तु तेभ्यः सुप्रीताःप्रसन्नाः सन्तु मे सदा॥1॥ विष्णु लोके च ये साराःवासुकि प्रमुखश्चये। नमोऽस्तु तेभ्यः सुप्रीताःप्रसन्नाः सन्तु मे सदा॥2॥ रुद्र लोके...

सर्प स्तोत्रम | नाग स्तोत्रम

॥ नाग स्तोत्रम् ॥ ब्रह्म लोके च ये साराशेषनागः पुरोगमाः। नमोऽस्तु तेभ्यः सुप्रीताःप्रसन्नाः सन्तु मे सदा॥1॥ विष्णु लोके च ये साराःवासुकि प्रमुखश्चये। नमोऽस्तु तेभ्यः सुप्रीताःप्रसन्नाः सन्तु मे सदा॥2॥ रुद्र लोके...

Vishnu resting on clouds with serpents, symbolizing the Shri Vishnu Dashavatara Stotram theme.

श्री विष्णु दशावतार स्तोत्रम् | श्री विष्णु दशा...

॥ श्री विष्णु दशावतार स्तोत्रम् ॥ प्रलयपयोधिजले धृतवानसि वेदम्। विहितविहितचरित्रमखेदम॥ केशव धृतमीनशरीर जय जगदीश हरे॥1॥ क्षितिरतिविपुलतरे तव तिष्ठति पृष्ठे। धरणीधारणकिन्चक्रश्चे॥ केशव धृतकच्छपरूप जय जगदीश हरे॥2॥ वसति दशनशिखरे धरणी तव लूना।...

श्री विष्णु दशावतार स्तोत्रम् | श्री विष्णु दशा...

॥ श्री विष्णु दशावतार स्तोत्रम् ॥ प्रलयपयोधिजले धृतवानसि वेदम्। विहितविहितचरित्रमखेदम॥ केशव धृतमीनशरीर जय जगदीश हरे॥1॥ क्षितिरतिविपुलतरे तव तिष्ठति पृष्ठे। धरणीधारणकिन्चक्रश्चे॥ केशव धृतकच्छपरूप जय जगदीश हरे॥2॥ वसति दशनशिखरे धरणी तव लूना।...

Vibrant depiction of Lord Vishnu representing Parameshwara Stuti Stotram with traditional symbols

भगवान स्तुति स्तोत्रम् | परमेश्वर स्तुति स्तोत्रम्

॥ भगवान स्तुति स्तोत्रम् ॥ त्वमेकः शुद्धोऽसि त्वयि निगमबाह्या मलमयं प्रपञ्चं पश्यन्ति भ्रमपर्वाशाः पापनिर्ताः। बहिस्तेभ्यः कृत्वा स्वपादशरणं मनय विभो गजेन्द्रे दृष्टं ते शरणाद वदान्यं स्वपदम्॥1॥ न सृष्टस्ते हानिर् यिद हि...

भगवान स्तुति स्तोत्रम् | परमेश्वर स्तुति स्तोत्रम्

॥ भगवान स्तुति स्तोत्रम् ॥ त्वमेकः शुद्धोऽसि त्वयि निगमबाह्या मलमयं प्रपञ्चं पश्यन्ति भ्रमपर्वाशाः पापनिर्ताः। बहिस्तेभ्यः कृत्वा स्वपादशरणं मनय विभो गजेन्द्रे दृष्टं ते शरणाद वदान्यं स्वपदम्॥1॥ न सृष्टस्ते हानिर् यिद हि...

Divine depiction of Lord Vishnu reclining, symbolizing the essence of Shri Hari Stotram

श्री हरि स्तोत्रम् | श्री हरि स्तोत्रम्

॥ श्री हरि स्तोत्रम् ॥ जगज्जलपालं चलत्कण्ठमलंशराश्चन्द्रभालं महादैत्यकालं नभोनिलकायं दुरावरमयंसुपद्माशयम् भजेऽहं भजेऽहं॥1॥ सदामबोधिवासं गलपुष्पहासंगत्सनिवासं शतादित्यभासं गदाचक्रशस्त्रं लसत्पीतवस्त्रंहसच्चरुवक्त्रं भजेऽहं भजेऽहं॥2॥ रमाकण्ठहारं श्रुतिव्रतसारंजलान्तर्विहारं धराभारहारं चिदानन्दरूपं मनोज्ञस्वरूपमन्ध्रुतानेकरूपं भजेऽहं भजेऽहं॥3॥ जराजन्महीनं परमानन्दपिनंसमाधानलीनं सदैवानविनं जग्ज्जन्महेतुं...

श्री हरि स्तोत्रम् | श्री हरि स्तोत्रम्

॥ श्री हरि स्तोत्रम् ॥ जगज्जलपालं चलत्कण्ठमलंशराश्चन्द्रभालं महादैत्यकालं नभोनिलकायं दुरावरमयंसुपद्माशयम् भजेऽहं भजेऽहं॥1॥ सदामबोधिवासं गलपुष्पहासंगत्सनिवासं शतादित्यभासं गदाचक्रशस्त्रं लसत्पीतवस्त्रंहसच्चरुवक्त्रं भजेऽहं भजेऽहं॥2॥ रमाकण्ठहारं श्रुतिव्रतसारंजलान्तर्विहारं धराभारहारं चिदानन्दरूपं मनोज्ञस्वरूपमन्ध्रुतानेकरूपं भजेऽहं भजेऽहं॥3॥ जराजन्महीनं परमानन्दपिनंसमाधानलीनं सदैवानविनं जग्ज्जन्महेतुं...

Large statue of Lord Shiva with intricate details, representing Shiva Manasa Puja Stotram themes

शिव मानस पूजा स्तोत्रम् | शिव मनसा पूजा स्तोत्रम्

॥ शिव मानस पूजा स्तोत्रम् ॥ रत्नैः कल्पितमासनं हिमजलैः स्नानं च दिव्याम्बरं नानारत्नविभूषितं मृगमदामोदाङकितं चंदनम्। जातिचम्पकबिल्वपत्रार्चितं पुष्पं च धूपं तथा दीपं देवनिधे पशुपते हृतकल्पितं गृह्यताम्॥1॥ सौवर्ने नवरत्नखंडरचिते पात्रे घृतं पायसं...

शिव मानस पूजा स्तोत्रम् | शिव मनसा पूजा स्तोत्रम्

॥ शिव मानस पूजा स्तोत्रम् ॥ रत्नैः कल्पितमासनं हिमजलैः स्नानं च दिव्याम्बरं नानारत्नविभूषितं मृगमदामोदाङकितं चंदनम्। जातिचम्पकबिल्वपत्रार्चितं पुष्पं च धूपं तथा दीपं देवनिधे पशुपते हृतकल्पितं गृह्यताम्॥1॥ सौवर्ने नवरत्नखंडरचिते पात्रे घृतं पायसं...

Majestic statue of Lord Shiva adorned with a serpent, symbolizing Shiva Raksha Stotram beliefs

शिव रक्षा स्तोत्रम् | शिव रक्षा स्तोत्रम्

॥ श्रीशिवरक्षास्तोत्रम् ॥ ॥ विनियोग ॥ श्री गणेशाय नमः॥ अस्य श्रीशिवरक्षास्तोत्रमंत्रस्य याज्ञवल्क्य ऋषिः॥ श्री सदाशिवो देवता॥ अनुष्टुप छन्दः॥ श्रीसदाशिवप्रीत्यर्थं शिवरक्षास्तोत्रजपे विनियोगः॥ ॥ स्तोत्र पाठ ॥ चरितं देवदेवस्य महादेवस्य पावनम्। अपारं...

शिव रक्षा स्तोत्रम् | शिव रक्षा स्तोत्रम्

॥ श्रीशिवरक्षास्तोत्रम् ॥ ॥ विनियोग ॥ श्री गणेशाय नमः॥ अस्य श्रीशिवरक्षास्तोत्रमंत्रस्य याज्ञवल्क्य ऋषिः॥ श्री सदाशिवो देवता॥ अनुष्टुप छन्दः॥ श्रीसदाशिवप्रीत्यर्थं शिवरक्षास्तोत्रजपे विनियोगः॥ ॥ स्तोत्र पाठ ॥ चरितं देवदेवस्य महादेवस्य पावनम्। अपारं...

Statue of Lord Shiva in a serene pose, representing the Shiva Mrityunjaya Stotram with a tiger beneath

शिव मृत्युंजय स्तोत्रम् | शिव मृत्युंजय स्तोत्रम्

॥ शिव मृत्युञ्जय स्तोत्रम् ॥ रत्नसानुशरासनं रजतादृशृङ्गननिकेतनं शञ्जिनीकृतपन्नगेश्वरमच्युतनलसायकम्। क्षिप्रदग्पुरत्रयं त्रिदशलयैरभिवंदितं चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः॥1॥ पञ्चपादपपुष्पगन्धिपदाम्बुजद्वयशोभितं भालालोचनजातपावकदग्धमन्मथविग्रहम्। भस्मदिघकलेवरं भवनाशिं भवमव्ययं चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः॥2॥ मत्त्वारणमुख्यचर्मकृतकटीयमनोहरं पाकजासंपद्मलोचनपूजिताङ्घृसरोरुहम्। देवसिद्धतरङ्गिनी...

शिव मृत्युंजय स्तोत्रम् | शिव मृत्युंजय स्तोत्रम्

॥ शिव मृत्युञ्जय स्तोत्रम् ॥ रत्नसानुशरासनं रजतादृशृङ्गननिकेतनं शञ्जिनीकृतपन्नगेश्वरमच्युतनलसायकम्। क्षिप्रदग्पुरत्रयं त्रिदशलयैरभिवंदितं चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः॥1॥ पञ्चपादपपुष्पगन्धिपदाम्बुजद्वयशोभितं भालालोचनजातपावकदग्धमन्मथविग्रहम्। भस्मदिघकलेवरं भवनाशिं भवमव्ययं चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः॥2॥ मत्त्वारणमुख्यचर्मकृतकटीयमनोहरं पाकजासंपद्मलोचनपूजिताङ्घृसरोरुहम्। देवसिद्धतरङ्गिनी...

Aerial view of the majestic Shiva Dwadashajyotirlinga Stotram statue by the sea

शिव द्वादशज्योतिर्लिंग स्तोत्रम् | शिव द्वादशज्...

॥ शिव द्वादशज्योतिर्लिंग स्तोत्रम् ॥ सौराष्ट्रदेशे विशदेऽतिरम्येज्योतिर्मयं चन्द्रकलावतंसम्। भक्तिभक्ताय कृपावतीर्नतं सुमनं शरणं प्रपद्ये॥1॥ श्रीशैलश्रृंगे विबुधतिस्ङ्गेतुलाद्रितुङ्गेऽपि मुदा वसंतम्। तमर्जुनं मल्लिकपूर्वमेकन्नमामि संसारसमुद्रसेतुम्॥2॥ अवन्तिकायाँ विहितावतारंमुक्तिजापकाय च सज्जानाम्। अकालमृत्योः परिरक्षणार्थवन्दे महाकालमहासुरेशम्॥3॥ कावेरिकानर्मदयोः पवित्रेसमागममे सज्जनतारणाय।...

शिव द्वादशज्योतिर्लिंग स्तोत्रम् | शिव द्वादशज्...

॥ शिव द्वादशज्योतिर्लिंग स्तोत्रम् ॥ सौराष्ट्रदेशे विशदेऽतिरम्येज्योतिर्मयं चन्द्रकलावतंसम्। भक्तिभक्ताय कृपावतीर्नतं सुमनं शरणं प्रपद्ये॥1॥ श्रीशैलश्रृंगे विबुधतिस्ङ्गेतुलाद्रितुङ्गेऽपि मुदा वसंतम्। तमर्जुनं मल्लिकपूर्वमेकन्नमामि संसारसमुद्रसेतुम्॥2॥ अवन्तिकायाँ विहितावतारंमुक्तिजापकाय च सज्जानाम्। अकालमृत्योः परिरक्षणार्थवन्दे महाकालमहासुरेशम्॥3॥ कावेरिकानर्मदयोः पवित्रेसमागममे सज्जनतारणाय।...

Idol of Lord Shiva symbolizing the Shiva Panchakshara Stotram in a serene riverside setting

शिव पंचाक्षर स्तोत्रम् | शिव पंचाक्षर स्तोत्रम्

॥ शिव पंचाक्षर स्तोत्रम् ॥ नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनायभस्माङ्गरागाय महेश्वराय। नित्याय शुद्धाय दिगम्बरायतस्मै न काराय नमः शिवाय॥1॥ मंदाकिनीसलिलेश्वरचंदनचर्चितायनन्दीश्वरप्रमथनाथमहहाय। मन्दारपुष्पबाहुपुष्पसुपूजितायत्समै म काराय नमः शिवाय॥2॥ शिवाय गौरीवदनाब्जवृन्दसूर्याय दक्षाध्वर्नाकाय। श्रीनीलकण्ठाय वृषभाजायतस्मै शि काराय नमः शिवाय॥3॥...

शिव पंचाक्षर स्तोत्रम् | शिव पंचाक्षर स्तोत्रम्

॥ शिव पंचाक्षर स्तोत्रम् ॥ नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनायभस्माङ्गरागाय महेश्वराय। नित्याय शुद्धाय दिगम्बरायतस्मै न काराय नमः शिवाय॥1॥ मंदाकिनीसलिलेश्वरचंदनचर्चितायनन्दीश्वरप्रमथनाथमहहाय। मन्दारपुष्पबाहुपुष्पसुपूजितायत्समै म काराय नमः शिवाय॥2॥ शिवाय गौरीवदनाब्जवृन्दसूर्याय दक्षाध्वर्नाकाय। श्रीनीलकण्ठाय वृषभाजायतस्मै शि काराय नमः शिवाय॥3॥...

Artistic depiction of Lord Shiva with his consort, symbolizing the essence of Shiva Tandav Stotram

शिव ताण्डव स्तोत्रम् | शिव तांडव स्तोत्रम्

॥ शिव ताण्डव स्तोत्रम् ॥ जटाटविगलज्जल प्रवाहपावितस्थले गलेऽवलम्ब्य लम्बाइतां भुजङ्गतुङ्गमलिकाम्। द्मड्डमददमदमन्निनादवड्डमरवयं चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम्॥1॥ जटा टीवी गलज जल प्रवाह पवित्रस्थले (पवित्रः थले) गले अवलंब्य लंबाइतां भुजङ्ग तुङ्ग...

शिव ताण्डव स्तोत्रम् | शिव तांडव स्तोत्रम्

॥ शिव ताण्डव स्तोत्रम् ॥ जटाटविगलज्जल प्रवाहपावितस्थले गलेऽवलम्ब्य लम्बाइतां भुजङ्गतुङ्गमलिकाम्। द्मड्डमददमदमन्निनादवड्डमरवयं चकार चण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम्॥1॥ जटा टीवी गलज जल प्रवाह पवित्रस्थले (पवित्रः थले) गले अवलंब्य लंबाइतां भुजङ्ग तुङ्ग...

Majestic statue of Lord Shiva in meditation, symbolizing the Shiva Ramashtakam Stotram

शिव रामाष्टकम | शिव रामाष्टकम् स्तोत्रम्

॥ श्री शिवरामाष्टकस्तोत्रम् ॥ शिवहरे शिवराम सखे प्रभो, त्रिविधताप-निवारण हे विभो। अज जनेश्वर यादव पाहि मां, शिव हरे विजयं कुरु मे वरम्॥1॥ कमल लोचन राम दयानिधि, हर गुरो गजरक्षक गोपते।...

शिव रामाष्टकम | शिव रामाष्टकम् स्तोत्रम्

॥ श्री शिवरामाष्टकस्तोत्रम् ॥ शिवहरे शिवराम सखे प्रभो, त्रिविधताप-निवारण हे विभो। अज जनेश्वर यादव पाहि मां, शिव हरे विजयं कुरु मे वरम्॥1॥ कमल लोचन राम दयानिधि, हर गुरो गजरक्षक गोपते।...

Vibrant image of Lord Ganesha with Shri Ganapati Atharvashirsha Stotram representing wisdom and prosperity

श्री गणपतिथर्वशीर्षम् स्तोत्रम् | श्री गणपति अथ...

॥ श्री गणपतिथर्वशीर्षम् स्तोत्रम् ॥ ॐ भद्रं कर्णेभिः शृणुयामदेवः भद्रं पश्येमक्षभिर्यजत्राः। स्थिरैरङ्गास्तुस्तुवाꣳ सस्तनुभिःव्यशेम देवहितं यदायुः॥ स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवाःस्वस्ति नः पूषा विश्ववेदाः। स्वस्ति नास्तार्क्ष्यो अरिष्टनेमिःस्वस्ति नो बृहस्पतिर्दधातु॥ ॐ शांतिः! शान्तिः!!...

श्री गणपतिथर्वशीर्षम् स्तोत्रम् | श्री गणपति अथ...

॥ श्री गणपतिथर्वशीर्षम् स्तोत्रम् ॥ ॐ भद्रं कर्णेभिः शृणुयामदेवः भद्रं पश्येमक्षभिर्यजत्राः। स्थिरैरङ्गास्तुस्तुवाꣳ सस्तनुभिःव्यशेम देवहितं यदायुः॥ स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवाःस्वस्ति नः पूषा विश्ववेदाः। स्वस्ति नास्तार्क्ष्यो अरिष्टनेमिःस्वस्ति नो बृहस्पतिर्दधातु॥ ॐ शांतिः! शान्तिः!!...

Decorative idol of Lord Ganesha adorned with flowers, symbolizing Shri Ganapati Stotram devotion

श्री गणपति स्तोत्रम् | श्री गणपति स्तोत्रम्

॥ श्री गणपति स्तोत्रम् ॥ जेतुं यस्त्रिपुरं हरेणहरिणा व्याजाद्बलिं बध्नता सृष्टुं वारिभवोद्भवेनभुवनं शेषेन धरतुं धरम्। पर्वतया महिषासुरप्रमथनेसिद्धाधिपैः सिद्धये ध्यातः पंचश्रेण विश्वजितयेपायत्स नागानाः॥1॥ विघ्नध्वनन्तनिवारनक्त्राणि-रविघ्नतविह्यवाद् विघ्नव्यालकुलाभिमाननगरुदोविघ्नेभपञ्चाननः। विघ्नोत्तुङगिरिप्रभेदेन-पविर्विघ्नम्बुधेरवादवो विघ्नघौघ्नप्रचण्डपावनेश्वरः पातु नः॥2॥ खरवं स्थूलतनुं...

श्री गणपति स्तोत्रम् | श्री गणपति स्तोत्रम्

॥ श्री गणपति स्तोत्रम् ॥ जेतुं यस्त्रिपुरं हरेणहरिणा व्याजाद्बलिं बध्नता सृष्टुं वारिभवोद्भवेनभुवनं शेषेन धरतुं धरम्। पर्वतया महिषासुरप्रमथनेसिद्धाधिपैः सिद्धये ध्यातः पंचश्रेण विश्वजितयेपायत्स नागानाः॥1॥ विघ्नध्वनन्तनिवारनक्त्राणि-रविघ्नतविह्यवाद् विघ्नव्यालकुलाभिमाननगरुदोविघ्नेभपञ्चाननः। विघ्नोत्तुङगिरिप्रभेदेन-पविर्विघ्नम्बुधेरवादवो विघ्नघौघ्नप्रचण्डपावनेश्वरः पातु नः॥2॥ खरवं स्थूलतनुं...

Vibrant image of Lord Ganesha with artistic design representing Shri Sankat Nashan Ganesh Stotram

श्री साक्तनाशन गणेश स्तोत्रम् | श्री संकट नाशन ...

॥ श्री सक्तनाशन गणेश स्तोत्रम् ॥ नारद उवाच प्रणम्य शिरसा देवं गौरीपुत्रं विनायकम्। भक्तवासं स्मेर्नित्यमयः कामार्थसिद्धये॥1॥ प्रथमं वक्रतुण्डं च एकदन्तं द्वितीयम्। तृतीयं कृष्णपिङ्गाक्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम्॥2॥ लम्बोदरं पंचमं च षष्ठं विकटमेव...

श्री साक्तनाशन गणेश स्तोत्रम् | श्री संकट नाशन ...

॥ श्री सक्तनाशन गणेश स्तोत्रम् ॥ नारद उवाच प्रणम्य शिरसा देवं गौरीपुत्रं विनायकम्। भक्तवासं स्मेर्नित्यमयः कामार्थसिद्धये॥1॥ प्रथमं वक्रतुण्डं च एकदन्तं द्वितीयम्। तृतीयं कृष्णपिङ्गाक्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम्॥2॥ लम्बोदरं पंचमं च षष्ठं विकटमेव...

Colorful depiction of Ganesha with Rin mukti Ganesha Stotram for spiritual blessings and prosperity

ऋणमुक्ति गणेश स्तोत्रम् | ऋण मुक्ति गणेश स्तोत्रम्

॥ ऋणमुक्ति श्री गणेश स्तोत्रम् ॥ ॥ विनियोग ॥ ॐ अस्य श्रीऋणविमोचनमहागणपति-स्तोत्रमन्त्रस्य आचार्य शुक्र ऋषिः ऋणविमोचनमहागणपतिर्देवता अनुष्टुप छन्दः ऋणविमोचनमहागणपतिप्रीत्यर्थे जपे विनियोगः। ॥ स्तोत्र पाठ ॥ ॐ स्मरामि देवदेवेश्वक्रतुण्डं महाबलम्। षडक्षरं...

ऋणमुक्ति गणेश स्तोत्रम् | ऋण मुक्ति गणेश स्तोत्रम्

॥ ऋणमुक्ति श्री गणेश स्तोत्रम् ॥ ॥ विनियोग ॥ ॐ अस्य श्रीऋणविमोचनमहागणपति-स्तोत्रमन्त्रस्य आचार्य शुक्र ऋषिः ऋणविमोचनमहागणपतिर्देवता अनुष्टुप छन्दः ऋणविमोचनमहागणपतिप्रीत्यर्थे जपे विनियोगः। ॥ स्तोत्र पाठ ॥ ॐ स्मरामि देवदेवेश्वक्रतुण्डं महाबलम्। षडक्षरं...

Colorful depiction of Lord Ganesha, symbolizing prosperity and wisdom, with Rinharta Ganesh Stotram theme

ऋणहर्ता गणेश स्तोत्रम् | ऋणार्ता गणेश स्तोत्रम्

॥ ऋणहर्ता श्री गणेश स्तोत्रम् ॥ कैलासपर्वते राम्ये शम्भुं चन्द्रार्धशेखरम्। षदम्नायस्माआकारं पप्रच्छ नागकन्यका॥ ॥ पर्वतुवाच ॥ देवेश परमेशं सर्वशास्त्रार्थपराग। मेमृन्नाशस्य कृपया वद संप्रतम्॥ ॥ शिव उवाच ॥ सम्यक् पृष्टं त्वया...

ऋणहर्ता गणेश स्तोत्रम् | ऋणार्ता गणेश स्तोत्रम्

॥ ऋणहर्ता श्री गणेश स्तोत्रम् ॥ कैलासपर्वते राम्ये शम्भुं चन्द्रार्धशेखरम्। षदम्नायस्माआकारं पप्रच्छ नागकन्यका॥ ॥ पर्वतुवाच ॥ देवेश परमेशं सर्वशास्त्रार्थपराग। मेमृन्नाशस्य कृपया वद संप्रतम्॥ ॥ शिव उवाच ॥ सम्यक् पृष्टं त्वया...

Rin Mochan Mangal Stotram image depicting a deity riding a ram against a backdrop of Mars

ऋणमोचन मंगल स्तोत्रम् | ऋण मोचन मंगल स्तोत्रम्

॥ ऋणमोचन मंगल स्तोत्र ॥ मंगलो भूमिपुत्रश्चऋणहर्ता धनप्रदः। स्थिरासनो महाकायःसर्वकामविरोधकः॥1॥ लोहितो लोहिताक्षश्चसमागानां कृपाकरः। धर्मात्मजः कुजो भूमोभूतिदो भूमिनन्दनः॥2॥ अंगारको यमश्चैवसर्वरोगोपहारकः। वृष्तेः कर्ताऽपहर्ता चसर्वकामफलप्रदः॥3॥ एतानि कुजानामानित्यं यः श्रद्धाया पठेत्। ऋणं न जायते...

ऋणमोचन मंगल स्तोत्रम् | ऋण मोचन मंगल स्तोत्रम्

॥ ऋणमोचन मंगल स्तोत्र ॥ मंगलो भूमिपुत्रश्चऋणहर्ता धनप्रदः। स्थिरासनो महाकायःसर्वकामविरोधकः॥1॥ लोहितो लोहिताक्षश्चसमागानां कृपाकरः। धर्मात्मजः कुजो भूमोभूतिदो भूमिनन्दनः॥2॥ अंगारको यमश्चैवसर्वरोगोपहारकः। वृष्तेः कर्ताऽपहर्ता चसर्वकामफलप्रदः॥3॥ एतानि कुजानामानित्यं यः श्रद्धाया पठेत्। ऋणं न जायते...

Saraswati Dwadash Naam Stotram depiction with Goddess Saraswati on a lotus surrounded by nature

सरस्वती द्वादश नाम स्तोत्रम् | सरस्वती द्वादश न...

॥ श्रीसरस्वतीद्वादशनामस्तोत्रम् ॥ सरस्वतीमहं वनदेवीनापुस्तकधारिणीम्। हंसवाहसमाचारांविद्यादानकरिं मम॥1॥ प्रथमं भारती नामद्वितीयं च सरस्वती। तृतीयं शारदां देवीचतुर्थं हंसवाहिनी॥2॥ पश्चमं जगति ख्याताषष्ठं वाणीश्वरी तथा। कौमारी सप्तमं प्रोक्तअष्टमं ब्रह्मचारिणी॥3॥ नवमं बुद्धिदात्री च दशमं वरदायिनी।...

सरस्वती द्वादश नाम स्तोत्रम् | सरस्वती द्वादश न...

॥ श्रीसरस्वतीद्वादशनामस्तोत्रम् ॥ सरस्वतीमहं वनदेवीनापुस्तकधारिणीम्। हंसवाहसमाचारांविद्यादानकरिं मम॥1॥ प्रथमं भारती नामद्वितीयं च सरस्वती। तृतीयं शारदां देवीचतुर्थं हंसवाहिनी॥2॥ पश्चमं जगति ख्याताषष्ठं वाणीश्वरी तथा। कौमारी सप्तमं प्रोक्तअष्टमं ब्रह्मचारिणी॥3॥ नवमं बुद्धिदात्री च दशमं वरदायिनी।...

Goddess Saraswati with a veena surrounded by a sunset backdrop representing Yajnavalkya Saraswati Stotram

याज्ञवल्क्य सरस्वती स्तोत्रम् | याज्ञवल्क्य सरस...

॥ श्रीसरस्वती स्तोत्रम् | वाणी स्तवनं ॥ ॥ याज्ञवल्क्य उवाच ॥ कृपां कुरु जगन्मातरमेवन्हततेजसम्। गुरुशापत्समृतिभ्रष्टं विद्याहीनञ्च दुःखितम्॥1॥ ज्ञानं देहि स्मृतिं देहिविद्यां देहि देवता। प्रतिष्ठां कवितां देहिशक्तं शिष्यप्रबोधिकाम्॥2॥ ग्रन्थिनिर्मितिशक्तिं चश्चिष्यं सुप्रतिष्ठितम्।...

याज्ञवल्क्य सरस्वती स्तोत्रम् | याज्ञवल्क्य सरस...

॥ श्रीसरस्वती स्तोत्रम् | वाणी स्तवनं ॥ ॥ याज्ञवल्क्य उवाच ॥ कृपां कुरु जगन्मातरमेवन्हततेजसम्। गुरुशापत्समृतिभ्रष्टं विद्याहीनञ्च दुःखितम्॥1॥ ज्ञानं देहि स्मृतिं देहिविद्यां देहि देवता। प्रतिष्ठां कवितां देहिशक्तं शिष्यप्रबोधिकाम्॥2॥ ग्रन्थिनिर्मितिशक्तिं चश्चिष्यं सुप्रतिष्ठितम्।...

Goddess Saraswati Playing Veena Against a Bright Yellow Background with Sunflowers, Agastya Saraswati Stotram Theme

अगस्त्य सरस्वती स्तोत्रम् | अगस्त्य सरस्वती स्त...

॥ श्रीसरस्वती स्तोत्रम् ॥ या कुन्देंदुतुषाहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना। या ब्रह्माच्युत्सङ्करप्रभृतिभिरदेवैः सदा पूजिता सा माँ पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाद्यपहा॥1॥ दोर्भियुक्ता चतुर्भिः स्फटिकमणिनिभैरक्षमालान्धना हस्तेनैकेन पद्मं सितमपि च शुकं...

अगस्त्य सरस्वती स्तोत्रम् | अगस्त्य सरस्वती स्त...

॥ श्रीसरस्वती स्तोत्रम् ॥ या कुन्देंदुतुषाहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना। या ब्रह्माच्युत्सङ्करप्रभृतिभिरदेवैः सदा पूजिता सा माँ पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाद्यपहा॥1॥ दोर्भियुक्ता चतुर्भिः स्फटिकमणिनिभैरक्षमालान्धना हस्तेनैकेन पद्मं सितमपि च शुकं...

Goddess Saraswati Playing Veena on a Lotus Flower Illustrating Saraswati Stotram Themes

सरस्वती स्तोत्रम् | सरस्वती स्तोत्रम्

॥ श्रीसरस्वती स्तोत्रम् ॥ या कुंडेन्दु-तुषारहार-धवलया शुभ्र-वस्त्रवृता या वीणावरदण्डमण्डितकरया श्वेतपद्मासना। या ब्रह्माच्युत-शंकर-प्रभृतिभिरदेवैःसदा पूजिता सा मां पातु सरस्वती भगवतीनिःशेषजाद्यपहा॥1॥ दोर्भियुक्ता चतुर्भिस्फटिकमणिमयीमक्षमालां दधाना हस्तेनैकेन पद्मं सितमपिच शुकं पुस्तकं चापरेण्। भासा कुंडेन्दु-शङखस्फटिकमणिनिभाभासमानऽसमाना सा...

सरस्वती स्तोत्रम् | सरस्वती स्तोत्रम्

॥ श्रीसरस्वती स्तोत्रम् ॥ या कुंडेन्दु-तुषारहार-धवलया शुभ्र-वस्त्रवृता या वीणावरदण्डमण्डितकरया श्वेतपद्मासना। या ब्रह्माच्युत-शंकर-प्रभृतिभिरदेवैःसदा पूजिता सा मां पातु सरस्वती भगवतीनिःशेषजाद्यपहा॥1॥ दोर्भियुक्ता चतुर्भिस्फटिकमणिमयीमक्षमालां दधाना हस्तेनैकेन पद्मं सितमपिच शुकं पुस्तकं चापरेण्। भासा कुंडेन्दु-शङखस्फटिकमणिनिभाभासमानऽसमाना सा...

Sidhha Lakshmi Stotram depiction of Goddess Lakshmi on a vibrant lotus flower

सिद्धि लक्ष्मी स्तोत्रम् | सिद्ध लक्ष्मी स्तोत्रम्

॥ श्रीसिद्धिलक्ष्मीस्तोत्रम् ॥ ॥ विनियोगः ॥ श्री गणेशाय नमः। ॐ अस्य श्रीसिद्धिलक्ष्मीस्तोत्रस्य हिरण्यगर्भ ऋषिः, अनुष्टुप छंदः, सिद्धिलक्ष्मीर्देवता, मम समग्र दुःखक्लेशपीडादारिद्र्यविनाशार्थम् सर्वशास्त्रप्रसन्नकरणार्थं महाकालीमहालक्ष्मीमहासरस्वतीदेवताप्रीत्यर्थं च सिद्धिलक्ष्मीस्तोत्रजपे विनियोगः। ॥ करन्यासः ॥ ॐ सिद्धिलक्ष्मी...

सिद्धि लक्ष्मी स्तोत्रम् | सिद्ध लक्ष्मी स्तोत्रम्

॥ श्रीसिद्धिलक्ष्मीस्तोत्रम् ॥ ॥ विनियोगः ॥ श्री गणेशाय नमः। ॐ अस्य श्रीसिद्धिलक्ष्मीस्तोत्रस्य हिरण्यगर्भ ऋषिः, अनुष्टुप छंदः, सिद्धिलक्ष्मीर्देवता, मम समग्र दुःखक्लेशपीडादारिद्र्यविनाशार्थम् सर्वशास्त्रप्रसन्नकरणार्थं महाकालीमहालक्ष्मीमहासरस्वतीदेवताप्रीत्यर्थं च सिद्धिलक्ष्मीस्तोत्रजपे विनियोगः। ॥ करन्यासः ॥ ॐ सिद्धिलक्ष्मी...

Goddess Lakshmi depicted with multiple arms, symbols, and flowers, representing Dhanadalakshmi Stotram

धनदालक्ष्मी स्तोत्रम् | धनदालक्ष्मी स्तोत्रम्

॥ धनदालक्ष्मी स्तोत्रम् ॥ ॥ धनदा उवाच ॥ देवी देवमुपागम्य नीलकण्ठं मम प्रियम्। कृपया पार्वती प्राह शंकरं करुणाकरम्॥1॥ ॥ देवयुवाच ॥ ब्रुहि वल्लभ साधूनां दरिद्राणां कुटुम्बिनाम्। दरिद्र दलनोपायमञ्जसैव धनप्रदम्॥2॥ ॥...

धनदालक्ष्मी स्तोत्रम् | धनदालक्ष्मी स्तोत्रम्

॥ धनदालक्ष्मी स्तोत्रम् ॥ ॥ धनदा उवाच ॥ देवी देवमुपागम्य नीलकण्ठं मम प्रियम्। कृपया पार्वती प्राह शंकरं करुणाकरम्॥1॥ ॥ देवयुवाच ॥ ब्रुहि वल्लभ साधूनां दरिद्राणां कुटुम्बिनाम्। दरिद्र दलनोपायमञ्जसैव धनप्रदम्॥2॥ ॥...