चालीसा संग्रह
श्री कुबेर चालीसा | श्री कुबेर चालीसा
॥ दोहा ॥ जैसे अटल हिमालय, और जैसे अडिग सुमेर। ऐसे ही स्वर्ग द्वार पै,अविचलदेव कुबेर॥ विघ्न हरण मंगल करण, सुनो शरणागत की तेर। भक्त विकास वितरण करो, धन माया...
श्री कुबेर चालीसा | श्री कुबेर चालीसा
॥ दोहा ॥ जैसे अटल हिमालय, और जैसे अडिग सुमेर। ऐसे ही स्वर्ग द्वार पै,अविचलदेव कुबेर॥ विघ्न हरण मंगल करण, सुनो शरणागत की तेर। भक्त विकास वितरण करो, धन माया...
श्री चालीसा श्री रामदेव चालीसा
॥ दोहा ॥ श्री गुरु पद नमन करि, गिरा गणेश मनाय। कथौं वर्णाल विमल यश,सुने पाप विनाशाय॥ द्वार केश से आय कर, लिया मनुज अवतार। अजमल गेह बधावना, जग में...
श्री चालीसा श्री रामदेव चालीसा
॥ दोहा ॥ श्री गुरु पद नमन करि, गिरा गणेश मनाय। कथौं वर्णाल विमल यश,सुने पाप विनाशाय॥ द्वार केश से आय कर, लिया मनुज अवतार। अजमल गेह बधावना, जग में...
श्री गिरिराज चालीसा | श्री गिरिराज चालीसा
॥ दोहा ॥ बंधनहुँ वीणा वादिनी,धरी गणपति का ध्यान। महाशक्ति राधा सहित,कृष्ण करौ कल्याण॥ सुमिरन करि सब देवगण, गुरु पितु बारम्बर। बरनौ श्रीगिरिराज यश,निज मति के॥ ॥ चौपाई ॥ जय...
श्री गिरिराज चालीसा | श्री गिरिराज चालीसा
॥ दोहा ॥ बंधनहुँ वीणा वादिनी,धरी गणपति का ध्यान। महाशक्ति राधा सहित,कृष्ण करौ कल्याण॥ सुमिरन करि सब देवगण, गुरु पितु बारम्बर। बरनौ श्रीगिरिराज यश,निज मति के॥ ॥ चौपाई ॥ जय...
श्री बालाजी चालीसा | श्री बालाजी चालीसा
॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरण चिताले,के धरें ध्यान हनुमान्। बालाजी चालीसा लिखी,दास स्नेही कल्याण॥ विश्व विदित वर दानी, संकट हरण हनुमान्। मंहदीपुर में प्रगट भये, बालाजी भगवान॥ ॥ चौपाई...
श्री बालाजी चालीसा | श्री बालाजी चालीसा
॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरण चिताले,के धरें ध्यान हनुमान्। बालाजी चालीसा लिखी,दास स्नेही कल्याण॥ विश्व विदित वर दानी, संकट हरण हनुमान्। मंहदीपुर में प्रगट भये, बालाजी भगवान॥ ॥ चौपाई...
श्री परशुराम चालीसा | श्रीपरशुराम चालीसा
॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरण सरोज छवि,निज मन मंदिर धारी। सुमिरि गजानन शारदा,गहि आशीष त्रिपुरारी॥ बुद्धिहीन जन जानिये,अवगुणों का भंडार। बरन परशुराम सुयश,निज मति के अनुसार॥ ॥ चौपाई ॥...
श्री परशुराम चालीसा | श्रीपरशुराम चालीसा
॥ दोहा ॥ श्री गुरु चरण सरोज छवि,निज मन मंदिर धारी। सुमिरि गजानन शारदा,गहि आशीष त्रिपुरारी॥ बुद्धिहीन जन जानिये,अवगुणों का भंडार। बरन परशुराम सुयश,निज मति के अनुसार॥ ॥ चौपाई ॥...
श्री विश्वकर्मा चालीसा | श्री विश्वकर्मा चालीसा
॥ दोहा ॥ विनय करौं करौमो,मन वचन कर्म संभारि। मोर मनोरथ पूर्ण कर,विश्वकर्मा दुष्टि॥ ॥ चौपाई ॥ ब्रह्मा तव नाम अनुपमा।पावन सुखद मनन अनरूपा॥ सुन्दर सुयश भुवन दशाचारी।नित प्रति गावत...
श्री विश्वकर्मा चालीसा | श्री विश्वकर्मा चालीसा
॥ दोहा ॥ विनय करौं करौमो,मन वचन कर्म संभारि। मोर मनोरथ पूर्ण कर,विश्वकर्मा दुष्टि॥ ॥ चौपाई ॥ ब्रह्मा तव नाम अनुपमा।पावन सुखद मनन अनरूपा॥ सुन्दर सुयश भुवन दशाचारी।नित प्रति गावत...
श्री नवग्रह चालीसा | श्री नवग्रह चालीसा
॥ दोहा ॥ श्री गणपति गुरुपद कमलप्रेम, सहित सिरनाय। नवग्रह चालीसा कहत, शरद होत सहाय॥ जय जय रवि शशि सोम बुध,जय गुरु भृगुशनि राज। जयति राहु अरु केतु ग्रह,करहु कृपा...
श्री नवग्रह चालीसा | श्री नवग्रह चालीसा
॥ दोहा ॥ श्री गणपति गुरुपद कमलप्रेम, सहित सिरनाय। नवग्रह चालीसा कहत, शरद होत सहाय॥ जय जय रवि शशि सोम बुध,जय गुरु भृगुशनि राज। जयति राहु अरु केतु ग्रह,करहु कृपा...
श्री भैरव चालीसा | श्री भैरव चालीसा
॥ दोहा ॥ श्रीभैरव सकट हरण,मंगल कर्ण कृपालु। करहु दया जि दास पे,निशिदिन्स आनंदु॥ ॥ चौपाई ॥ जय डमरूधर नयन विशालाश्याम वर्ण, वपु महा करला॥ जय त्रिशूलधर जय द्रुमधर। काशी...
श्री भैरव चालीसा | श्री भैरव चालीसा
॥ दोहा ॥ श्रीभैरव सकट हरण,मंगल कर्ण कृपालु। करहु दया जि दास पे,निशिदिन्स आनंदु॥ ॥ चौपाई ॥ जय डमरूधर नयन विशालाश्याम वर्ण, वपु महा करला॥ जय त्रिशूलधर जय द्रुमधर। काशी...
श्री बटुक भैरव चालीसा | श्री बटुक भैरव चालीसा
॥ दोहा ॥ विश्वनाथ को सुमिर मन,धर गणेश का ध्यान। भैरव चालीसा रचुन, कृपा करहु भगवान॥ बटुकनाथ भैरव भजू, श्री काली के लाल। छीतरमल पर कर कृपा,काशी के कुटवाल॥ ॥...
श्री बटुक भैरव चालीसा | श्री बटुक भैरव चालीसा
॥ दोहा ॥ विश्वनाथ को सुमिर मन,धर गणेश का ध्यान। भैरव चालीसा रचुन, कृपा करहु भगवान॥ बटुकनाथ भैरव भजू, श्री काली के लाल। छीतरमल पर कर कृपा,काशी के कुटवाल॥ ॥...
श्री ब्रह्मा चालीसा | श्री ब्रह्मा चालीसा
॥ दोहा ॥ जय ब्रह्मा जय स्वयंभू, चतुरानन सुखमूल। करहु कृपा निज दास पै, रहहु सदा अनुकूल॥ स तुमृजक ब्रह्माण्ड के,अज घट नाम। विश्वविधाता आलोक,जन पेज कृपा ललाम॥ ॥ चौपाई...
श्री ब्रह्मा चालीसा | श्री ब्रह्मा चालीसा
॥ दोहा ॥ जय ब्रह्मा जय स्वयंभू, चतुरानन सुखमूल। करहु कृपा निज दास पै, रहहु सदा अनुकूल॥ स तुमृजक ब्रह्माण्ड के,अज घट नाम। विश्वविधाता आलोक,जन पेज कृपा ललाम॥ ॥ चौपाई...
श्री विष्णु चालीसा | श्री विष्णु चालीसा
॥ दोहा ॥ विष्णु सुनिए विनी,सेवक की चिताले। कीरत कुछ वर्णन करूँ,दीजै ज्ञान बताय॥ ॥ चौपाई ॥ नमो विष्णु भगवान खरि.कष्ट नाशवन अखिल बिहारी॥ प्रबल जगत में शक्ति विवाह।त्रिभुवन फल...
श्री विष्णु चालीसा | श्री विष्णु चालीसा
॥ दोहा ॥ विष्णु सुनिए विनी,सेवक की चिताले। कीरत कुछ वर्णन करूँ,दीजै ज्ञान बताय॥ ॥ चौपाई ॥ नमो विष्णु भगवान खरि.कष्ट नाशवन अखिल बिहारी॥ प्रबल जगत में शक्ति विवाह।त्रिभुवन फल...
श्री गोपाल चालीसा | श्री गोपाल चालीसा
॥ दोहा ॥ श्री राधापद कमल रज, सिर धरि यमुना शीतल। वारणो चालीसा सरस, सकल सुमंगल मूल॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय पूरण ब्रह्म बिहारी।दुष्ट दलन लीला अवतारी॥ जो कोई...
श्री गोपाल चालीसा | श्री गोपाल चालीसा
॥ दोहा ॥ श्री राधापद कमल रज, सिर धरि यमुना शीतल। वारणो चालीसा सरस, सकल सुमंगल मूल॥ ॥ चौपाई ॥ जय जय पूरण ब्रह्म बिहारी।दुष्ट दलन लीला अवतारी॥ जो कोई...
श्री साईं चालीसा | श्री साईं चालीसा
॥चौपाई॥ पहले साई के स्टेज में, अपना शीश नामाऊं मैं। कैसे शिरडी साई आये, सारा हाल सुनूं मैं॥ माँ कौन है, पिता कौन है, ये न किसी ने भी जाना।...
श्री साईं चालीसा | श्री साईं चालीसा
॥चौपाई॥ पहले साई के स्टेज में, अपना शीश नामाऊं मैं। कैसे शिरडी साई आये, सारा हाल सुनूं मैं॥ माँ कौन है, पिता कौन है, ये न किसी ने भी जाना।...
श्री शिव चालीसा | श्री शिव चालीसा
॥दोहा॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। कहत अयोदास तुम, देहु अभय भूषण॥ ॥चौपाई॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुंडल...
श्री शिव चालीसा | श्री शिव चालीसा
॥दोहा॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। कहत अयोदास तुम, देहु अभय भूषण॥ ॥चौपाई॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुंडल...
श्री शनि चालीसा | श्री शनि चालीसा
॥दोहा॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करन कृपाल। दीन के दुःख दूर करि, कीजै नाथ निहाल॥ जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज। करहु कृपा हे रवि तनय, राखहु...
श्री शनि चालीसा | श्री शनि चालीसा
॥दोहा॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल करन कृपाल। दीन के दुःख दूर करि, कीजै नाथ निहाल॥ जय जय श्री शनिदेव प्रभु, सुनहु विनय महाराज। करहु कृपा हे रवि तनय, राखहु...
श्री बजरंग बाण | श्री बजरंग बाण
॥दोहा॥ निश्चय प्रेम विशेष ते, बिनय करै सनमान। तेहि के कर्ज सकल शुभ, सिद्ध करै हनुमान्॥ ॥चौपाई॥ जय हनुमंत संत हितकारी। सुनि लीजै प्रभु अरज हमारी॥ जन के काज विलम...
श्री बजरंग बाण | श्री बजरंग बाण
॥दोहा॥ निश्चय प्रेम विशेष ते, बिनय करै सनमान। तेहि के कर्ज सकल शुभ, सिद्ध करै हनुमान्॥ ॥चौपाई॥ जय हनुमंत संत हितकारी। सुनि लीजै प्रभु अरज हमारी॥ जन के काज विलम...
श्री कृष्ण चालीसा | श्री कृष्ण चालीसा
॥दोहा॥ बंशी शोभित कर मधुर, नील जलद तन श्याम। अरुण अधर जनु बिम्बा फल, नयन कमल अभिराम॥ पूर्ण इन्द्र, अरविन्द मुख, पिताम्बर शुभ साज। जय मनमोहन मदन छवि, कृष्णचन्द्र महाराज॥...
श्री कृष्ण चालीसा | श्री कृष्ण चालीसा
॥दोहा॥ बंशी शोभित कर मधुर, नील जलद तन श्याम। अरुण अधर जनु बिम्बा फल, नयन कमल अभिराम॥ पूर्ण इन्द्र, अरविन्द मुख, पिताम्बर शुभ साज। जय मनमोहन मदन छवि, कृष्णचन्द्र महाराज॥...
श्री राम चालीसा | श्री राम चालीसा
॥चौपाई॥ श्री रघुबीर भक्त हितकारी। सुनि लीजै प्रभु अरज हमारी॥ निशि दिन ध्यान धरै जो कोई। ता सम भक्त और न होई॥ ध्यान धरें शिवजी मन मनही। ब्रह्मा इन्द्र पार...
श्री राम चालीसा | श्री राम चालीसा
॥चौपाई॥ श्री रघुबीर भक्त हितकारी। सुनि लीजै प्रभु अरज हमारी॥ निशि दिन ध्यान धरै जो कोई। ता सम भक्त और न होई॥ ध्यान धरें शिवजी मन मनही। ब्रह्मा इन्द्र पार...
श्री सूर्य देव चालीसा | श्री सूर्य देव चालीसा
॥दोहा॥ कनक बंधन कुंडल मकर, मुक्ता मंगल अङ्ग। पद्मासन स्थित ध्यायी, शंख चक्र के सङ्ग॥ ॥चौपाई॥ जय सविता जय जयति दिवाकर! सहस्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंगे! मेरीची! भास्कर!। हंस! सुनूर...
श्री सूर्य देव चालीसा | श्री सूर्य देव चालीसा
॥दोहा॥ कनक बंधन कुंडल मकर, मुक्ता मंगल अङ्ग। पद्मासन स्थित ध्यायी, शंख चक्र के सङ्ग॥ ॥चौपाई॥ जय सविता जय जयति दिवाकर! सहस्रांशु! सप्ताश्व तिमिरहर॥ भानु! पतंगे! मेरीची! भास्कर!। हंस! सुनूर...
श्री गणेश चालीसा | श्री गणेश चालीसा
॥दोहा॥ जय गणपति सदगुण प्रभु, कविवर भगवान कृपाल। विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल॥ ॥चौपाई॥ जय जय जय गणपति गणराजू। मंगल धारण करण शुभः काजू॥ जय गजबदन सदन सुखदाता।...
श्री गणेश चालीसा | श्री गणेश चालीसा
॥दोहा॥ जय गणपति सदगुण प्रभु, कविवर भगवान कृपाल। विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल॥ ॥चौपाई॥ जय जय जय गणपति गणराजू। मंगल धारण करण शुभः काजू॥ जय गजबदन सदन सुखदाता।...
श्री शीतला माता चालीसा | श्री शीतला माता चालीसा
॥दोहा॥ जय-जय माता शीतला, तुमहिं धरै जो ध्यान। होय कोमल शीतल हृदय, विकास बुद्धि बलज्ञान॥ ॥चौपाई॥ जय-जय-जय शीतला भवानी। जय जग जननि सकल गुणखानि॥ गृह-गृह शक्ति विवाह राजित। पूरन शरदचन्द्र...
श्री शीतला माता चालीसा | श्री शीतला माता चालीसा
॥दोहा॥ जय-जय माता शीतला, तुमहिं धरै जो ध्यान। होय कोमल शीतल हृदय, विकास बुद्धि बलज्ञान॥ ॥चौपाई॥ जय-जय-जय शीतला भवानी। जय जग जननि सकल गुणखानि॥ गृह-गृह शक्ति विवाह राजित। पूरन शरदचन्द्र...
श्री ललिता माता चालीसा | श्री ललिता माता चालीसा
॥चौपाई॥ जयति जयति जय ललिते माता। तव गुण महिमा है महिमा॥ तु सुंदरी, त्रिपुरेश्वरी देवी। सुर नर मुनि तेरे पद सेवी॥ तू कल्याणी अभिलाषा निवारिणी। तु सुख दायिनी, विपदा हारिणी॥...
श्री ललिता माता चालीसा | श्री ललिता माता चालीसा
॥चौपाई॥ जयति जयति जय ललिते माता। तव गुण महिमा है महिमा॥ तु सुंदरी, त्रिपुरेश्वरी देवी। सुर नर मुनि तेरे पद सेवी॥ तू कल्याणी अभिलाषा निवारिणी। तु सुख दायिनी, विपदा हारिणी॥...
श्री गंगा माता चालीसा | श्री गंगा माता चालीसा
॥चौपाई॥ जय जय जननि हरणा अघाखानि। आनंद करण महारानी गंगा॥ जय भागीरथी सुरसरि माता। कलिमल मूल डालिनी संग्रहालया॥ जय जय जहानु सुता अघ हननि। भीष्म की माता जग जननी॥ धवल...
श्री गंगा माता चालीसा | श्री गंगा माता चालीसा
॥चौपाई॥ जय जय जननि हरणा अघाखानि। आनंद करण महारानी गंगा॥ जय भागीरथी सुरसरि माता। कलिमल मूल डालिनी संग्रहालया॥ जय जय जहानु सुता अघ हननि। भीष्म की माता जग जननी॥ धवल...
श्री सरस्वती माता चालीसा | श्री सरस्वती माता चा...
॥दोहा॥ जन जननी पद कमल रज, निज मस्तक पर धरि। बंदौं मातु सरस्वती, बुद्धि बल दे दातारि॥ पूर्ण जगत में व्याप्ति टीवी, महिमा अमित अनन्तु। रामसागर के पाप को, मातु...
श्री सरस्वती माता चालीसा | श्री सरस्वती माता चा...
॥दोहा॥ जन जननी पद कमल रज, निज मस्तक पर धरि। बंदौं मातु सरस्वती, बुद्धि बल दे दातारि॥ पूर्ण जगत में व्याप्ति टीवी, महिमा अमित अनन्तु। रामसागर के पाप को, मातु...
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