4 मुखी रुद्राक्ष
4 मुखी रुद्राक्ष
नेपाल (हिमालयी) मूल का प्राकृतिक 4 मुखी रुद्राक्ष, प्रामाणिकता प्रमाण पत्र के साथ।
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उत्पाद की जानकारी
चेहरा | 1 चेहरा |
आकार/वजन | 17-20मिमी / 2.5-4.5ग्राम |
मूल | नेपाल |
प्रमाणीकरण | सरकारी अनुमोदित प्रयोगशाला |
पूजा/ऊर्जावर्धन | बेसिक एनर्जाइजेशन (निःशुल्क) |
डिलीवरी का समय | लगभग 3-7 दिन (पूरे भारत में) |
व्हाट्सएप पर ऑर्डर करें | +918791431847 |
4 मुखी रुद्राक्ष क्या है?
4 मुखी रुद्राक्ष की सतह पर चार रेखाएँ (मुख) होती हैं। इस रुद्राक्ष के देवता भगवान ब्रह्मा (हिंदू त्रिदेवों में से एक) हैं जो ब्रह्मांड के निर्माता होने के साथ-साथ ज्ञान और रचनात्मकता के दाता भी हैं। इस रुद्राक्ष को पहनने वाला व्यक्ति अधिक ज्ञानवान बनता है क्योंकि उसकी एकाग्रता और सीखने की शक्ति कई गुना बढ़ जाती है।
इसके अलावा स्मरण शक्ति भी तेज होती है जिसके परिणामस्वरूप वह जो भी ज्ञान अर्जित करता है उसे आत्मसात करने की क्षमता रखता है। यह रुद्राक्ष व्यक्ति के संचार पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है जिससे वह इसका अपने लाभ के लिए उपयोग करने में सक्षम होता है।
इस रुद्राक्ष को पहनने वाले छात्र स्मरण शक्ति और एकाग्रता में वृद्धि के कारण अपनी पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम होते हैं।
चार वेदों को समर्पित
चार (4) मुखी रुद्राक्ष भगवान ब्रह्मा को अर्पित किया जाता है और चारों वेदों को समर्पित किया जाता है। यह धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष प्रदान करता है। इस रुद्राक्ष के उपयोग से मानसिक चिंताएं और बीमारियां दूर होती हैं; व्यक्ति आध्यात्मिक बनता है और उसे धन, अच्छा स्वास्थ्य, बुद्धि और वाणी की शक्ति प्राप्त होती है। यह चिंताओं को दूर करता है और आध्यात्मिकता को बढ़ाता है।
इसका उपयोग वशीकरण, अलौकिक उद्देश्यों में भी किया जाता है। इसे दूध में उबालकर पीने से मंदबुद्धि व्यक्ति भी बुद्धिमान हो जाता है। चार मुखी रुद्राक्ष स्वयं ब्रह्मा है और मानव हत्या के पापों को भी दूर करता है। यह मिथुन या कन्या लग्न में जन्मे लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है।
4 मुखी बुध के अशुभ प्रभावों को कम करता है और देवी सरस्वती को प्रसन्न करता है। यह तार्किक और संरचनात्मक सोच को नियंत्रित करता है। यह मनका स्वस्थ मन और शरीर को प्राप्त करने में मदद करता है। यह मानसिक शक्ति, बुद्धि, एकाग्रता और ज्ञान को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
इस रुद्राक्ष को धारण करने वाले के लिए सभी प्रकार की विद्याएं सरल हो जाती हैं। ऐसा व्यक्ति गहरी अंतर्दृष्टि प्राप्त करता है और धर्म के रहस्यों को आसानी से समझ लेता है। भगवान रुद्र इसे धारण करने वाले पर बहुत प्रसन्न होते हैं।
4 मुखी रुद्राक्ष के लाभ
चार मुखी रुद्राक्ष अनेक लाभ प्रदान करता है, यहां उनमें से कुछ दिए गए हैं।
- यदि आपका बच्चा पढ़ाई में कमजोर है या आप स्वयं शिक्षा के क्षेत्र में असफलता प्राप्त कर रहे हैं तो आपको 4 मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
- इस रुद्राक्ष के शुभ प्रभाव से ज्ञान और संतान से संबंधित सभी प्रकार की समस्याएं दूर हो जाती हैं।
- चार मुखी रुद्राक्ष एकाग्रता बढ़ाने तथा वैज्ञानिक अध्ययन एवं धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन करने वाले व्यक्ति के लिए बहुत लाभकारी है।
- कुंडली में यह ग्रह बुध को शक्ति प्रदान करता है।
- यह ज्ञान देता है और मस्तिष्क को तेज करता है।
- यह डॉक्टरों, इंजीनियरों, अनुसंधान विद्वानों, शिक्षकों, ज्योतिषियों, छात्रों के लिए उपयोगी है।
- विद्यार्थियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वे बुद्धि और आत्मविश्वास के लिए 4 मुखी रत्न धारण करें।
- यह नकारात्मक से सकारात्मक तक विचार प्रक्रिया को संतुलित करता है।
- इसे पहनने वाला व्यक्ति अपनी सोच और व्यवहार में संगठित और केंद्रित हो जाता है।
- यह शिक्षकों, लेखकों, विद्यार्थियों, व्यापारियों, विद्वानों, पत्रकारों और शोधकर्ताओं के लिए अत्यधिक लाभदायक है।
- अपनी स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए, आप 4 मुखी रुद्राक्ष के तीन बीजों को गर्म दूध में लगभग 15 से 20 मिनट तक भिगो सकते हैं। फिर दूध के गिलास से मोतियों को निकालें और दूध का सेवन करें।
- यह रहस्यमय 4 मुखी रुद्राक्ष नियमित रूप से पहनने वाले के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है।
- यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। यह मन की एकाग्रता शक्ति को बढ़ाता है।
- यह अंधकार और भ्रम को दूर करता है। यह 7 चक्रों को उच्च आवृत्ति पर घूमने के लिए सक्रिय करता है।
चार मुखी रुद्राक्ष के स्वास्थ्य लाभ
- चार मुखी रुद्राक्ष अपने विभिन्न लाभकारी प्रभावों के लिए जाना जाता है जैसे कि थायरॉयड ग्रंथि के कामकाज को विनियमित करना और प्रतिरक्षा में सुधार करना।
- यह गले की खराश, अस्थमा से संबंधित लक्षणों में राहत देता है, श्वसन प्रणाली और अन्य श्वसन विकारों के लिए अच्छा है।
- यह रक्त संचार, खांसी, मस्तिष्क संबंधी रोग, हकलाना, स्मृति लोप, श्वसन तंत्र संक्रमण आदि रोगों के लिए चिकित्सा उपचार के रूप में कार्य करता है।
4 मुखी रुद्राक्ष किसे धारण करना चाहिए?
हर रुद्राक्ष के अपने-अपने फायदे हैं, इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आप कौन सा रुद्राक्ष पहन रहे हैं। यही बात 4 मुखी रुद्राक्ष पर भी लागू होती है। यह रुद्राक्ष छात्रों, वैज्ञानिकों, अधिकारियों और उन सभी लोगों के लिए सबसे ज़्यादा फ़ायदेमंद है जो कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार लाइन से जुड़े हैं।
चार मुखी रुद्राक्ष के स्वामी
इसका प्रतिनिधित्व करने वाले देवता भगवान ब्रह्मा (ब्रह्मांड के निर्माता) हैं। शासक ग्रह बुध है। पौराणिक कथाओं के अनुसार यह देवी सरस्वती और ब्रह्मा का प्रतिनिधित्व करता है। यह नई सोच की शक्ति को बढ़ाता है और मानसिक गतिविधियों में शामिल लोगों की मदद करता है।
यह बुध के अशुभ प्रभावों को कम करने में मदद करता है और भाषण शक्ति को विकसित करने में मदद करता है। प्राचीन वैदिक ग्रंथों के अनुसार, यह हकलाना, अस्थमा के इलाज और दिमाग को प्रबुद्ध करने में बहुत फायदेमंद है।
यह विद्यार्थियों, वैज्ञानिकों, प्रबंधन अधिकारियों या कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स या संचार क्षेत्र के पेशेवरों के लिए बहुत बढ़िया है। श्वसन तंत्र की समस्याओं से पीड़ित व्यक्ति के लिए भी यह बहुत फायदेमंद है।
4 मुखी रुद्राक्ष धारण विधि एवं मंत्र
4 मुखी रुद्राक्ष पहनने से पहले ओम ह्रीं नमः मंत्र " ॐ ह्रीं नमः मंत्र" (4 मुखी रुद्राक्ष पहनने का मंत्र) का 108 बार जाप करना चाहिए। इससे आपको 4 मुखी रुद्राक्ष का दोगुना लाभ मिलता है।
4 मुखी रुद्राक्ष की कीमत क्या है?
चार मुखी रुद्राक्ष की कीमत उसके स्रोत और आकार पर निर्भर करती है। हालाँकि, रुद्रग्राम में, हम 4 मुखी रुद्राक्ष केवल 600 रुपये में उपलब्ध कराते हैं।
कहां से प्राप्त करें?
4 मुखी रुद्राक्ष (4 मुखी रुद्राक्ष की कीमत) धारण करने से पहले इसे बुध और ब्रह्म देव के मंत्रों से अभिमंत्रित करना बहुत जरूरी है। आपको भी अभिमंत्रित 4 मुखी रुद्राक्ष ही धारण करना चाहिए। रुद्रग्राम प्रमाणित है और अनुभवी आचार्यों और पंडित जी द्वारा सक्रिय किए जाने के बाद ही आपको भेजा जाएगा ताकि आपको तत्काल और पूर्ण लाभ मिल सके।
यदि आप रुद्राक्ष की अन्य किस्मों में रुचि रखते हैं, तो कृपया हमें बताएं। अभी अपना ऑर्डर देकर रुद्राक्ष की शक्ति का दोहन करने की दिशा में अगला कदम उठाएँ!
पूछे जाने वाले प्रश्न
4 मुखी रुद्राक्ष कौन पहन सकता है?
चार मुखी रुद्राक्ष विशुद्ध चक्र को मुक्त करने में मदद करता है। यह गले के चक्र को साफ करने के लिए भी जाना जाता है। यह रुद्राक्ष ज्यादातर डरपोक, शर्मीले और दमित स्वभाव वाले लोगों द्वारा पहना जाता है। यह स्मरण शक्ति, हास्य की भावना, वाक् शक्ति और बुद्धि को भी बढ़ाता है।
इसका असर कितने समय में शुरू होता है?
आम तौर पर रुद्राक्ष माला पहनने के 45 दिनों के भीतर ही आप सकारात्मक बदलाव महसूस करना शुरू कर सकते हैं। 90 दिनों में आप बहुत बेहतर महसूस कर सकते हैं। इसके बाद यह आपको लगातार लाभ देती रहेगी।
क्या श्मशान जाते समय रुद्राक्ष पहना जा सकता है?
नहीं, श्मशान घाट या अंतिम संस्कार के समय रुद्राक्ष की माला नहीं पहननी चाहिए।
रुद्राक्ष कहां उपलब्ध है?
अधिकांश रुद्राक्ष नेपाल और उसके आस-पास उपलब्ध हैं। रुद्राक्ष के पेड़ों को उच्च गुणवत्ता और मोतियों के अच्छे उत्पादन के लिए विशेष जलवायु परिस्थितियों की आवश्यकता होती है, जो केवल नेपाल में ही उपलब्ध है। हर विषय में कुछ असामान्य बातें हो सकती हैं, इसलिए कुछ पेड़ दुनिया के अन्य हिस्सों जैसे इंडोनेशिया, भारत, श्रीलंका में भी उगाए जाते हैं, लेकिन बहुत कम संख्या में।
रुद्राक्ष में क्या है खास?
रुद्राक्ष में प्राकृतिक छिद्र होते हैं। बाहरी सतह पर मुख या मुखी मनके के अंदर के बीज को दर्शाता है। प्रत्येक मनके में बाहरी सतह पर मुख या चेहरे के अनुसार यथासंभव अधिक से अधिक पेड़ देने की क्षमता होती है।
रुद्राक्ष कौन पहन सकता है?
किसी भी धर्म के लोग रुद्राक्ष पहन सकते हैं। चूँकि रुद्राक्ष में प्राकृतिक ऊर्जा होती है, इसलिए इसके प्रभाव के लिए किसी व्यक्ति को उस पर दृढ़ विश्वास रखने की आवश्यकता नहीं होती। अगर किसी व्यक्ति को रुद्राक्ष पर विश्वास न भी हो, तो भी यह उसके लिए काम करता है और परिणाम देता है।
क्या रुद्राक्ष का उपयोग या धारण करने से हानिकारक प्रभाव होते हैं?
रुद्राक्ष स्वयं भगवान शिव का प्रतिनिधित्व करता है और इसमें कई हर्बल उपचार हैं क्योंकि यह ज्यादातर हिमालयी क्षेत्र में उगाया जाता है। वास्तव में पुराणों में कहा गया है कि रुद्राक्ष किसी भी परिस्थिति में नुकसान नहीं पहुंचाता है और समकालीन वैज्ञानिक अध्ययनों में पाया गया है कि रुद्राक्ष नुकसान नहीं पहुंचाता है।
यह पाया गया है कि पवित्र रुद्राक्ष कभी नुकसान नहीं पहुंचाएगा और कभी नकारात्मक प्रभाव नहीं देगा क्योंकि यह उनके स्वभाव में नहीं है और भगवान शिव ने जब मानव जाति के लाभ के लिए अपने आंसू बहाए थे, तो उन्होंने ऐसा करने का इरादा किया था।
रुद्राक्ष कैसे काम करता है?
मोती शक्ति के प्राचीन वैदिक मोती हैं और वे स्पर्श, दृष्टि, पूजा या आधिपत्य से काम करते हैं। इसलिए आप उन्हें पहन सकते हैं या उन्हें पकड़ सकते हैं या अपनी जेब में रख सकते हैं या पूजा के लिए उन्हें वेदी में रख सकते हैं।
रुद्राक्ष की माला का जीवन कितना होता है?
यह किसी भी वर्ष तक चल सकता है। यदि इसे अच्छी तरह से संरक्षित किया जाए, तो इसे पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए www.RudraGram.com पर जाएँ और अभी ऑर्डर करें।


